Mpox का खतरा भारत में बढ़ता हुआ है। नये रोग में दूसरा संदिग्ध मरीज वृद्धि हुई है, जिसे संक्रमण के लक्षण होने पर अस्पताल में अंदर दिया गया है। इस सन्देश में लोगों ने अब भी भय उत्पन्न किया। इसके कारण स्वास्थ्य विभाग ने ध्यान देने क उत्तरदायित्व लिया है।
Mpox क्या है?
Mpox, पहले मंकीपॉक्स नामक वायरल रोग वायरल जोरदार विश्व व्यापी रोग है जो मुख्य रूप से पशुओं में देखा जाने वाला है। यह एक वायरसह्यक यह रोग Orthopoxvirus वायरस परिवार द्वारा उत्पन्न होता है और इस रोग से बचें चूहे के जैसा दिखता है, लेकिन उसके वायरालता का स्तर हमेशा नहीं होता है। यह वायरस अपने संक्रमित व्यक्ति के ताजे जलते वायरल क्षर्म के बहिस्कार या शारीरिक संबंधों के परिणाम से उत्पन्न हो सकता है।
mpox का संकेत
चेचक के कुछ लक्षण mpox के लक्षण सकते हैं। इसके शुरुआती लक्षण में बुखार, सरदर के दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ में दर्द, ठंड और थकान जैसी समस्याएं हो सकती है। इसके बाद चेहरे पर दाने उभरने लगते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों में उनके फफोलों में बदल जाते हैं। अस्पतालीय भर्ती के बाद भी, इसी प्रकार से इस संदिग्ध नवजात को देखकर भी बोला गया है।
Mpox का भारत में खतरा
भारत मे हाल ही मे कई Mpox के संदिग्ध और साबित मामले दिखे हैं। यह वायरस धीरे-धीरे विभिन्न राज्यों में फैलता जा रहा है इससे संबंधित स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ रही है। सभी का डर है कि इसे नियंत्रण में नहीं रखने पर इस बीमारी में बदलकररूप ले सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अंतराष्ट्रीय यात्राओं और कंपन भाड़ वाले मुकाम में अगर भारत यात्रा करने वाले लोगो के संपर्क मे आया गया तो झुलत सकता है। हालांकि, इसे वायरस का वायरस COVID-19 पूरी तरह से प्रसारित नहीं होता है, लेकिन इसे किसी भी तरह का अनदेखा नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के टीम काम कर रही हैं और हर एक mousipicious धाराप्रवाह जांच कर रही हैं।
Mpox के प्रसार को रोकने के उपाय
भारत में Mpox के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
- सक्रिय निगरानी: संदिग्ध मरीजों पर पैनी नजर रखी जा रही है और लक्षण दिखने पर उन्हें तुरंत आइसोलेट किया जा रहा है।
- जागरूकता अभियान: लोगों में इस बीमारी के लक्षणों और इसके प्रसार के तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
- टीकाकरण अभियान: कुछ देशों में पहले से चेचक के लिए दिए जाने वाले टीके Mpox के लिए भी प्रभावी साबित हुए हैं। भारत में भी इन टीकों पर विचार किया जा रहा है।
- साफ-सफाई: स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। खासकर उन लोगों को जो जानवरों के संपर्क में आते हैं।
Mpox से कैसे बचें?
Mpox से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें और उसके संपर्क में आने से बचें।
- मास्क और दस्तानों का इस्तेमाल करें।
- किसी भी अज्ञात या जंगली जानवर के संपर्क में न आएं।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें और व्यक्तिगत हाइजीन बनाए रखें।
- यदि आपको कोई संदिग्ध लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और खुद को आइसोलेट करें।
अस्पताल में भर्ती मरीज की स्थिति
भारत में हाल ही में जो संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग उसकी निगरानी कर रहा है और उसकी जांच के नमूने लिए जा रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, मरीज के लक्षण Mpox से मिलते-जुलते हैं, लेकिन उसकी पुष्टि के लिए और भी टेस्ट किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस वायरस के फैलने पर जल्दी नियंत्रण नहीं किया गया, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने और किसी भी संदिग्ध लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी है।
भारत सरकार की तैयारी
Mpox के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने देशभर के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर भी स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और सख्त कर दिया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध मामले को समय रहते पकड़ा जा सके।
सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे इस वायरस से बचाव के लिए सावधान रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
निष्कर्ष
Mpox का खतरा भारत में तेजी से बढ़ रहा है और लोगों को इससे बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। यह एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन समय रहते सही कदम उठाने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आप भी किसी प्रकार के लक्षण महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी एहतियात बरतें।
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